भारत में कई विस्वविद्यालय है , मैं जहाँ हूँ वह सबसे अलग है । अलग कैसे है हमारे विस्वविद्यालय का एक्ट आप चाहें तो देख सकते हैं ।
स्त्री को लेकर हमारा विस्वविद्यालय अलग तरह से सोचता है । उस सोच के बारे में अलग से बताने की गुंजाईश है। अभी इतना भर की -------- स्त्री के बारे में विश्वविद्यालय बहुत ठीक नहीं सोचता ।
No comments:
Post a Comment